समंदर सारे शराब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
हक़ीक़त सारे ख़्वाब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
हक़ीक़त सारे ख़्वाब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
किसी के दिल में क्या छुपा है ये बस ख़ुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
थी ख़ामोशी हमारी फितरत में तभी तो बरसो निभ गयी लोगो से,
अगर मुँह में हमारे जवाब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
अगर मुँह में हमारे जवाब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
हम तो अच्छे थे पर लोगो की नज़र में सदा बुरे ही रहे,
कहीं हम सच में ख़राब होते तो सोचो कितना बवाल होता।
सारे जबाब में इक सवाल होता , तो सोचो कितना बवाल होता ।
अपनों के गम की ख़ुशी और खुशियो का मलाल होता ,
तो सोचो कितना बवाल होता
छिपाना सिख गए थे हम अपनों से ही अपने दर्द ए हालात,
गर वो सामने आ जाये तो सोचो कितना बवाल होता ।
एक चेहरे में कई चेहरे लिए फिरते है लोग यहाँ ,
चेहरा ही अगर सच बयां कर तो, तो सोचो कितना बवाल होता ।
कहीं हम सच में ख़राब होते तो सोचो कितना बवाल होता।
सारे जबाब में इक सवाल होता , तो सोचो कितना बवाल होता ।
अपनों के गम की ख़ुशी और खुशियो का मलाल होता ,
तो सोचो कितना बवाल होता
छिपाना सिख गए थे हम अपनों से ही अपने दर्द ए हालात,
गर वो सामने आ जाये तो सोचो कितना बवाल होता ।
एक चेहरे में कई चेहरे लिए फिरते है लोग यहाँ ,
चेहरा ही अगर सच बयां कर तो, तो सोचो कितना बवाल होता ।
who wrote this lines.
ReplyDeleteI'm asking because i find these lines by many others and they add there names on that .
there is no any originality left . definitely limes is very meaningful and nice as well but make sure its your . that's it i hope you are not offended and try to understand
Thank you, I tried my best
Deletesir Its greatfull to us that You are write here ..These lines wrote by Mr Amreshwar
Deleteमैंने भी इसे की लोगों द्वारा पेश करते हुए देखा पढ़ा है। पर वास्तविक शायर कौन है, इसका कहीं उल्लेख नहीं है।
ReplyDeleteAll the lines have been wrote by Ambreshwar Srivastava
Deleteyes its written by amreshwar
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